दान की महिमा

दान तभी गौरवशाली बनता है जब वह निस्वार्थ भाव से कार्य करता है। अगर दान कुछ पाने की चाहत में किया जाए तो वह व्यापार बन जाता है। यहां कहने वाली बात यह है कि देना जरूरी नहीं है बल्कि “देने का भाव” है।

हिन्दू धर्म में चार प्रकार के दान बताए गए हैं, अन्न दान, औषधि दान, ज्ञान दान और अभय दान तथा आधुनिक परिप्रेक्ष्य में अंग दान का भी विशेष महत्व है। दान एक ऐसा कार्य है जिसके द्वारा हम न केवल धर्म का पालन करते हैं बल्कि समाज और प्राणियों के प्रति अपने कर्तव्यों को भी निभाते हैं।

श्री विल्हेश्वर गौ वंश में धर्मप्रेमी गौ एवं भक्त विभिन्न प्रकार से सहयोग कर सकते हैं

सहयोग

आप “श्री विल्हेश्वर गौ चिकित्सालय” के नाम से एक ड्राफ्ट बनवा सकते हैं या ऑनलाइन माध्यम से अपने बैंक खाते में भेज सकते हैं।

    बैंक का नाम          खाता संख्या        IFSC code  1    ICICI BANK   316505000042   ICIC0003165

#            बैंक का नाम               खाता संख्या                      IFSC code                    1           ICICI BANK              316505000042               ICIC0003165

गौ चिकित्सालय
विश्व स्तरीय श्री विल्हेशवर गौ चिकित्सालय

24×7 हेल्पलाइन नंबर (गाय) एम्बुलेंस, चिन्दड़ (फतेहाबाद) शाखा +91-9053401006

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विश्व स्तरीय श्री विल्हेशवर गौ चिकित्सालय

1.विश्व स्तरीय श्री विल्हेशवर गौ चिकित्सालय  के लावारिस पीड़ाग्रस्त गोवंश को लाने हेतु  एम्बुलेन्स की व्यवस्था की गई है। 2.जिस स्थान से दुर्घटनाग्रस्त गोवंश लाये जाते हैं स्वस्थ होने के पश्चात् गोवंश को गौशालाओं मे भेज दिया जाता है। 3.मालिक अपने घरेलु बीमार गोवंश लेकर आता है तो उनको एक बीमार गोवंश के बदले में एक स्वस्थ गोवंश दिया जाता है। 4. गौशालाओं से एक बीमार गोवंश लेकर आते है तो उनको भी एक बीमार के बदले में एक स्वस्थ गोवंश दिया जाता है। 5. निजी वाहन, वन विभाग एवं पुलिस प्रशासन के वाहन द्वारा आते हैं, ऐसे वन्य जीवों को लिया जाता है। 6.वन्य जीवों को स्वस्थ होने पर वन्य जीव  विभाग को सुपुर्द कर देता है। 7.गो चिकित्सालय में स्वस्थ गोवंश एवं दूध देने वाली गायों को नहीं रखा जाता और ना ही लिया जाता है। 8. रात्रि में कोई लावारिस गोवंश दुर्घटनाग्रस्त हो गया है,जो संस्था से जुड़े हुए है वह किराये का वाहन कर दुर्घटनाग्रस्त गोवंश को गौ चिकित्साल में भिजवा दें ।