विश्व स्तरीय गौ चिकित्सालय (गो लोक महातीर्थ) द्वारा आस पास के लगभग 150 कि.मी. वृतक्षेत्र मे हरियाणा के बारह जिलों से बीमार, दुर्घटनाग्रस्त व पीडाग्रस्त गोवंश हजारों की संख्या में लाकर सेवा की जा रही है।
संपर्क
विश्व स्तरीय श्री विल्हेशवर गौ चिकित्सालय चिन्दड़, फतेहाबाद , हरियाणा ,
सम्पर्क-01669296828, 9053401002
श्री विल्हेशवर गौ चिकित्सालय एक प्रमुख चिकित्सा संस्थान है जो चिंदड (फतेहाबाद ) में स्थित है। यह गौमाता के उपचार और देखभाल के लिए एक महत्वपूर्ण संस्थान है जो गौवंश व वन्य जीव की संरक्षा को बढ़ावा देता है। यह संस्थान चिकित्सा के रूप में कार्य करता है, जहां गौ माता को आत्मीय और चिकित्सीय सहायता प्रदान की जाती है।
श्री विल्हेशवर गौ चिकित्सालय में गौ माता के इलाज के लिए विशेषज्ञ चिकित्सकों और कर्मचारियों की टीम है। यहां गौ माता के विभिन्न रोगों और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का इलाज किया जाता है। इसके अलावा, गौ माता के लिए उपयुक्त आहार और देखभाल की भी प्रावधानिका की जाती है।
यहां पर आधुनिक चिकित्सा उपकरणों और प्रयोगशाला सुविधाएं भी हैं जो गौ माता के उपचार में सहायक हैं। इसके अलावा, श्री विल्हेशवर गौ चिकित्सालय गौवंश की सुरक्षा और प्रस्तुति को बढ़ावा देता है।
24×7 हेल्पलाइन नंबर (गाय) एम्बुलेंस, चिन्दड़ (फतेहाबाद) शाखा +91-9053401006
Office Number:- 01669296828, 9053401002
विश्व स्तरीय श्री विल्हेशवर गौ चिकित्सालय
1.विश्व स्तरीय श्री विल्हेशवर गौ चिकित्सालय के लावारिस पीड़ाग्रस्त गोवंश को लाने हेतु एम्बुलेन्स की व्यवस्था की गई है। 2.जिस स्थान से दुर्घटनाग्रस्त गोवंश लाये जाते हैं स्वस्थ होने के पश्चात् गोवंश को गौशालाओं मे भेज दिया जाता है। 3.मालिक अपने घरेलु बीमार गोवंश लेकर आता है तो उनको एक बीमार गोवंश के बदले में एक स्वस्थ गोवंश दिया जाता है। 4. गौशालाओं से एक बीमार गोवंश लेकर आते है तो उनको भी एक बीमार के बदले में एक स्वस्थ गोवंश दिया जाता है। 5. निजी वाहन, वन विभाग एवं पुलिस प्रशासन के वाहन द्वारा आते हैं, ऐसे वन्य जीवों को लिया जाता है। 6.वन्य जीवों को स्वस्थ होने पर वन्य जीव विभाग को सुपुर्द कर देता है। 7.गो चिकित्सालय में स्वस्थ गोवंश एवं दूध देने वाली गायों को नहीं रखा जाता और ना ही लिया जाता है। 8. रात्रि में कोई लावारिस गोवंश दुर्घटनाग्रस्त हो गया है,जो संस्था से जुड़े हुए है वह किराये का वाहन कर दुर्घटनाग्रस्त गोवंश को गौ चिकित्साल में भिजवा दें ।